Thursday, March 1, 2012

तुम करो तोह काम हम करे तोह भ्रष्टाचार

तुम हमें लुट कर घर दुवार बनालिया,जगह जगह पे जमीं खरीद लिया तब तुम्हे कोई नहीं देखा कियो की हर निचे से लेकर उप्पर तक के कर्याले मे तेरा ही आदमी काम कर रहा है काले चस्मा पहन कर जो तेरा  भ्रष्टाचार  को देख न सका, जब हम तुमसे टकर, मोकबले के काबिल हुए तोह तुम सब को हमारी सिर्फ बुराइया नज़र देखता है, जब की यह गलत काम और दुसरो पे सोसन करना  सुरुवात तोह तुमसे ही हुवा है और तोह और सबसे बड़ा आपराध  भ्रष्टाचार  भी तोह तुम से ही सुरुवात हुवा है फिर हम कैसे हुए, इतना करने के बाद भी तुम आजाद हो और हम आरोपी बस यह सब समय का खेल है, किया करे हम मे ही कुछ अभी तक कमी कमजोरिय है जो तुम अभी तक राज कर रहे हो, तुमने ही हमारे सीसे के घर पर पत्थर मर कर तोडा है और खुद आपने महल बना रहे हो.सायद तुम भूल गए हो की जिसका खुद का घर सीसे का हो ओह दुसरे के उप्पर पत्थर नहीं मारा करते. बस ओह पल का इंतजार है जब तुम को हम कुछ देखा सके. 

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